Ad

लाल मिर्च

बाजार में मिलावटखोर लाल मिर्च में कर रहे मिलावट ऐसे करें मिलावटयुक्त मिर्च की जाँच

बाजार में मिलावटखोर लाल मिर्च में कर रहे मिलावट ऐसे करें मिलावटयुक्त मिर्च की जाँच

आज हम आपको लाल मिर्च के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप यह पहचान सकें कि कौन सी मिर्च शुद्ध है और कौन सी मिटावती। क्योंकि लाल मिर्च को अच्छी तरह जांच परखने के उपरांत ही प्रयोग करना चाहिए। कुछ मिलावट खोर लाल मिर्च में डाई अथवा नकली लाल रंग का मिश्रण करके बेचते हैं। जो कि आपकी सेहत को काफी प्रभावित करता है। बहुत सारे तरीकों से लाल मिर्च की शुद्धता और इसकी गुणवत्ता का पता लगाया जा सकता है। खाने को स्वादिष्ट बनाने में लाल मिर्च की अपनी अहम भूमिका होती है। लाल मिर्च के तड़के के बिना सब्जी में मजा नहीं आता है, भारत में रहने वाले लोग बिना तड़का लगाए सब्जी चाव से नहीं खाते हैं। इसलिए लाल मिर्च भारतीय भोजन के व्यंजनों की जान मानी जाती है। इतना ही नहीं देसी लाल मिर्च के तीखेपन का चस्का वर्तमान में विदेशियों को भी खूब भा रहा है। इसलिए आजकल लालमिर्च विदेश में भी खूब निर्यात होने वाले मसालों में लाल मिर्च का नाम भी शम्मिलित है। अत्यधिक मांग होने की वजह से बाजार में लाल मिर्च की आपूर्ति नहीं हो पाती है। जिसका व्यापारी गलत लाभ उठाते हैं एवं लाल मिर्च के अंदर ड़ाई, ईंट का पाउडर, गेरुआ, लाल रंग इत्यादि का मिश्रण कर देते हैं। जो कि एक कानूनन अपराध होता है, परंतु इसके अलावा भी लाल मिर्च में मिलावट होने की खबर सामने आती रहती हैं। अगर आप स्वयं तथा स्वयं के परिजनों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं, तो लाल मिर्च को उपयोग में लाने से पूर्व उसकी शुद्धता एवं गुणवत्ता की जाँच पड़ताल अवश्य करलें। क्योंकि अगर आपने भूल से भी नकली लाल मिर्च का उपभोग किया तो आपके पेट से लेकर आँतों तक की स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां आपको नुकसान पहुँचा सकती हैं।

ईंट के पाउडर-गेरुआ की मिलावट की कैसे जाँच करें

मिर्च का रंग ईंट-गेरुआ का रंग दोनों लाल व एक जैसे होते हैं। इसी बात का फायदा उठा कर मिलावट खोर लाल मिर्च में ऐसे हानिकारक पदार्थों की मिलावट कर देते हैं। आप जिस मिर्च का उपयोग कर रहे हैं तो याद रहे उसमें भी यह नुकसानदायक पदार्थ मिले हो सकते हैं। इसकी जांच पड़ताल करना काफी आसान माना जाता है। इस ईंट के पाउडर-गेरुआ की मिलावट की जाँच पड़ताल के लिए एक गिलास जल लेकर उसमें एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर मिलाकर देखें। जैसे ही आप जल में मिलाओगे आपको मिट्टी की गंध का आभाष होने लगेगा जाएगी। साथ ही, पानी का रंग भी परिवर्तित होने लग जाएगा।
ये भी देखें: जानें मसालों से संबंधित योजनाओं के बारे में जिनसे मिलता है पैसा और प्रशिक्षण
इसका पता लगाने की एक और विधि है, जिसके अंतर्गत लाल मिर्च का पाउडर लेकर उसके ऊपर गिलास को घिसेंगे। उस स्थिति में यदि आपको किरकिरापन का आभाष हो तो मान लीजिए कि लाल मिर्च में मिलावटयुक्त होने की आशंका है।

डाई अथवा आर्टिफिशियल (Artificial) रंग की मिलावट की कैसे जाँच करें

लाल मिर्च में आमतौर पर ड़ाई और आर्टिफिशियल रंग की मिलावट के बारे में भी बहुत सी बात सामने आएंगी। हालांकि, ब्रांडेड लाल मिर्च में इस प्रकार की खबर नहीं सुनी है। परंतु, खुले रूप से बिकने वाले लाल मिर्च पाउडर में डाई अथवा आर्टिफिशियल रंग मिले होने के अधिक होते हैं। इसकी जाँच पड़ताल करने हेतु एक गिलास जल में एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर का उचित प्रकार से मिश्रण कर लें। अगर लाल मिर्च को बेहतर ढंग से घोला जाए एवं पानी का रंग गहरा लाल हो जाए तब जान लें कि लाल मिर्च मिलावटयुक्त है। क्योंकि लाल मिर्च को जल में नहीं घोल सकते हैं। यह जल के ऊपर भाग पर ही तैरती रहती है।
ये भी देखें: हरी मिर्च की खेती की पूरी जानकारी

लाल मिर्च पाउडर में स्टार्च की मिलावट का कैसे पता लगाएं

हम जब कभी भी लाल मिर्च में स्टार्च की मिलावट के बारे में सुनते हैं। उस स्थिति में हमको जागरुकता एवं सावधानी से शुद्धता की जाँच पड़ताल अवश्य करनी चाहिए। अगर आप भी खरीदकर लाए लाल मिर्च पाउडर में स्टार्च की मिलावट के बारे में पता लगाना चाहते हैं। तो इसकी जाँच करने हेतु आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर कटोरी में डालें एवं इसमें टिंचर आयोडीन अथवा आयोडीन Solution की कुछ बूंदें मिलाएं। वर्तमान में अगर लाल मिर्च पाउडर का रंग नीला होने की स्थिति में है तो स्टार्च की मिलावट जरूर हुई है, उसको खाने के बाद ही आपका स्वास्थ्य खराब होने की संभावना है।

FSSAI द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं

मिलावटयुक्त लाल मिर्च के बारे में सूचना लोगों तक मुहैय्या कराने हेतु भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण बहुत सी कोशिश में लगा रहता है। एक जागरुकता अभियान के दौरान यह व्यक्त किया गया। कैसे लाल मिर्च में चाक पाउडर, चोकर, साबुन, लाल तेल, ईंट का चूरा, पुरानी और खराब मिर्च आदि मिलायी जाती है। इसको खाने से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए इसका सेवन करने से पूर्व लाल मिर्च की शुद्धता की जाँच पड़ताल जरूर कर लेनी चाहिए।
विश्व की सर्वाधिक तीखी मिर्च ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज किया

विश्व की सर्वाधिक तीखी मिर्च ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज किया

आजकल एक ही फसल की विभिन्न किस्में देश में मौजूद हैं। कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विशेषज्ञ निरंतर नवीन किस्मों को विकसित करने के प्रयास में जुटे रहते हैं। उसी तरह लाल मिर्च की एक किस्म भूत जोलोकिया आजकल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की वजह से चर्चा में है। सामान्यतः मिर्च का इस्तेमाल सब्जी में तीखापन लाने, महक और स्वाद को बढ़ाने हेतु किया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि नागालैंड की भूत जोलोकिया मिर्च विश्व की सर्वाधिक तीखी मिर्च मानी जाती है। दरअसल, मिर्च का नाम कान में पड़ते ही तीखेपन का स्वाद मन में आ जाता है। आमतौर पर मिर्च का उपयोग सब्जी में सलाद एवं स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लाल मिर्च तुलनात्मक काफी ज्यादा तीखी होती है। इसको पीसकर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मिर्च उपयोग से सब्जी का रंग लाल होने के साथ-साथ इसके स्वाद में भी परिवर्तन आ जाता है। आज ऐसी मिर्च के विषय में जानने का प्रयास करेंगे, जिसको विश्व की सबसे ज्यादा तीखी मिर्च के रूप में जाना जाता है। अच्छी विशेषताओं वाली यह मिर्च महिलाओं के सुरक्षा कवच का कार्य करती है।

भूत जोलोकिया मिर्च गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हुई शामिल

भूत जोलोकिया मिर्च को दुनिया की सर्वाधिक तीखी मिर्च के रूप में जानी जाती है। इसका उत्पादन भारत के नागालैंड में किया जाता है। इसके तीखेपन स्वाद की वजह से भूत जोलोकिया मिर्च को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल है। वर्ष 2007 में इसे रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। नागालैंड में अधिकाँश किसान इसकी खेती किया करते हैं। साथ इसको विश्व के विभिन्न देशों में मिर्च को निर्यात किया जाता है। भारत की भूत जोलोकिया की मांग विदेशों तक से भी रहती है। यह भी पढ़ें: यहां के किसान मिर्च की खेती से हो रहे हैं मालामाल, सरकार भी कर रही है मदद

भूत जोलोकिया मिर्च कितने दिन में तैयार हो जाती है

भारत के नागालैंड की यह प्रसिद्ध भूत जोलोकिया मिर्च 75 से 90 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। अगर हम आकार की बात करें तो मिर्च की ऊंचाई 50 से 120 सेंटीमीटर तक होती है। इसका उत्पादन पहाड़ों पर काफी अच्छी तरह से होता है। सामान्य मिर्च की तुलना में लाल मिर्च लंबाई में छोटी होती है। अगर इसकी लंबाई की बात की जाए तो यह 3 सेंटीमीटर तक होती है। वहीं चौड़ाई 1 से 1. 2 सेंटीमीटर तक होती है।

भूत जोलोकिया महिलाओं की सुरक्षा करने हेतु भी काम आती है

भूत जोलोकिया की एक और सबसे बड़ी खासियत है। इसका उपयोग सुरक्षा बल एजेंसियों द्वारा आँसू गैस गोला इत्यादि उत्पाद बनाने के लिए भी किया जाता है। साथ ही, इसके तीखी होने की विशेषता के चलते इस मिर्च से स्प्रे भी तैयार की जाती है। इससे महिलाओं के साथ होने वाली बदसलूकी और छेड़खानी में संरक्षण के तौर पर उपयोग करती हैं। बतादें, कि स्प्रे से गले एवं आंखों में जलन होनी चालू हो जाती है। व्यक्ति की खांसी नहीं रुकती और बेहाल हो जाता है।
मिर्च की खेती करके किसान भाई जल्द ही कमा सकते हैं अच्छा खासा मुनाफा, इतना आएगा खर्च

मिर्च की खेती करके किसान भाई जल्द ही कमा सकते हैं अच्छा खासा मुनाफा, इतना आएगा खर्च

भारत में मिर्च सब्जी और मसाले के रूप में प्रयोग की जाती है। इसका प्रयोग भारतीय उपमहाद्वीप के लगभग हर घर में किया जाता है। यह स्वाद में बेहद तीखी होती है, जिसकी वजह से व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए किचन में इसका इस्तेमाल किया जाता है। भारत में लाल के साथ-साथ हरी मिर्च का भी बहुतायत में उत्पादन किया जाता है। भारत दुनिया में मिर्च का एक प्रमुख निर्यातक देश है। भारत के मिर्च की दुनिया भर के बाजारों में अच्छी खासी मांग रहती है।

मिर्च की खेती में इतना आता है खर्च

अगर किसान भाई एक हेक्टेयर खेत में
मिर्च का उत्पादन करना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए 10 किलोग्राम बीज की जरूरत होगी। देशी मिर्च के 10 किलोग्राम बीज की बाजार में कीमत 2500 रुपये प्रति किलो है। जबकि हाइब्रिड बीज की कीमत 3500 से 4000 रुपये प्रति किलो तक हो सकती है। इसके अलावा एक हेक्टेयर खेत में सिंचाई, खाद डालना, कीटनाशक डालना और कटाई में 3 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है।

इतना होगा फायदा

एक हेक्टेयर खेत में लगभग 300 क्विंटल मिर्च का उत्पादन हो सकता है। जबकि मिर्च की औसत कीमत 40 रुपये प्रति किलो होती है। इस हिसाब से एक हेक्टेयर खेत में 12 लाख रुपये की मिर्च का उत्पादन हो सकता है। अगर मिर्च की खेती में आने वाली लागत को अलग कर दें तब भी किसान भाइयों को एक हेक्टेयर खेत में मिर्च उत्पादन करने पर लगभग 9 लाख रुपये का मुनाफा हो सकता है। इस हिसाब से किसान भाई बेहद कम समय में मिर्च की खेती से ज्यादा से ज्यादा रुपये कमा सकते हैं।

ये भी पढ़ें:
काली मिर्च की खेती, बेहद कम लागत में हो जाएंगे लखपति, जानिए कैसे करेंगे खेती

ऐसी जमीन पर करें मिर्च की खेती

मिर्च की खेती हर तरह की जमीन में की जा सकती है। अच्छे उत्पादन के लिए हल्की उपजाऊ और पानी के अच्छे निकास वाली ज़मीन का चयन करना चाहिए। मिर्च की खेती के लिए जमीन का चुनाव करने के पहले मिट्टी का परीक्षण अवश्य करवाएं। इस खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। मिर्च की रोपाई हमेशा मिट्टी के बेड पर ही करना चाहिए। इससे पौधों के आस पास पानी जमा नहीं होता है और पौधे सड़ने से बच जाते हैं। मिर्च के पौधों को हमेशा नर्सरी में तैयार करना चाहिए। जिसके लिए उपचारित बीजों का इस्तेमाल करें। बीजों की बुवाई के 40 दिनों के बाद पौध तैयार हो जाती है। जिसे बाद में खेत में लगाया जा सकता है। पौध को खेत में लगाते समय ध्यान रखें कि पौधे स्वास्थ्य हों और उनकी ऊंचाई 15 से 20 सेंटीमीटर होनी चाहिए। मिर्च की खेती में हानिकारक रोगों के साथ ही कीटों का आक्रमण होता रहता है। जिससे निपटने के लिए किसान भाई जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा रोगों से निपटने के लिए मिथाइल डैमेटन, एसीफेट, प्रॉपीकोनाज़ोल या हैक्साकोनाज़ोल जैसी दवाइयों का भी उपयोग किया जा सकता है। फसल आने पर मिर्च को हरे रूप में ही तोड़ लिया जाता है और बाजार में बेंच दिया जाता है। इसके अलावा जब मिर्च लाल हो जाती है तो उसे तोड़कर सुखा लिया जाता है और मिर्च के आकार के हिसाब से अलग कर लिया जाता है। इसके बाद सूखी मिर्च को पैक करके स्टोर कर लिया जाता है और बाजार में बेंचने के लिए भेज दिया जाता है।
विश्व की सर्वाधिक तीखी लाल मिर्च, जो केवल भारत में ही उगाई जाती है

विश्व की सर्वाधिक तीखी लाल मिर्च, जो केवल भारत में ही उगाई जाती है

आमतौर पर सामान्य मिर्च में तीखेपन का स्तर 2500-5000 एसएचयू होता है। परंतु, भूत झोलकिया मिर्च में तीखेपन का स्तर 10,41,427 एसएचयू पाया जाता है। भारत के अंदर महंगाई ने हड़कंप मचा के रखा है। गेहूं, आटा, चावल, दाल, दूध और दही समेत समस्त प्रकार के खाद्य पदार्थ महंगे हो गए हैं। परंतु, आम जनता को सबसे ज्यादा मसालों की बढ़ती कीमतें रूला रही हैं। विगत कुछ माहों में मसाले दोगुना से भी अधिक महंगे हो गए हैं। विशेष कर जीरा 1200 से 1400 रुपये किलो बिक रहा है। इसी प्रकार लाल मिर्च की कीमतें भी काफी महंगी हो गई हैं। यह 400 रुपये किलो हो गई है। वहीं, विगत वर्ष तक इसकी कीमत 100 रुपये किलो ही थी। परंतु, आज हम एक ऐसी लाल मिर्च के संबंध में बात करेंगे, जिसकी गिनती दुनिया की सबसे तीखी मिर्च में होती है। साथ ही, इसका भाव भी हजारों रुपये किलो है।

भूत जोलोकिया विश्व की सबसे तीखी मिर्च है

वास्तव में हम बात कर रहे हैं ‘भूत जोलोकिया’ के विषय में। कहा जाता है, कि यह विश्व की सबसे तीखी लाल मिर्च है। इसकी बस एक बाइट खाते ही कान से धुंआ निकलना शुरू हो जाता है। साथ ही, इसकी कीमत सुनकर आपका दिमाग भी घूम जाएगा। मुख्य बात यह है, कि ‘भूत जोलोकिया’ की खेती केवल भारत के अंदर ही की जाती है। नागालैंड के पहाड़ी क्षेत्रों में ही किसान इसकी खेती करते हैं। भूत जोलोकिया अपने तीखेपन की वजह से संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है।

ये भी पढ़ें:
मिर्च की खेती करके किसान भाई जल्द ही कमा सकते हैं अच्छा खासा मुनाफा, इतना आएगा खर्च

भूत जोलोकिया मिर्च की लंबाई कितने सेंटीमीटर तक होती है

यह लाल मिर्च की ऐसी किस्म है, जो कि बेहद कम वक्त में तैयार हो जाती है। इसके पौधों की रोपाई करने के मात्र 90 दिनों के उपरांत ही फसल पूर्णतय तैयार हो जाती है। मतलब कि आप भूत जोलोकिया के पौधों से खाने हेतु लाल मिर्च तोड़ सकते हैं। आमतौर पर भूत जोलोकिया सामान्य लाल मिर्च के तुलनात्मक लंबाई में छोटी होती है। इसकी लंबाई 3 सेंटीमीटर तक रहती है, वहीं चौड़ाई 1 से 1. 2 सेंटीमीटर तक होती है।

भूत जोलोकिया में तीखेपन का स्तर कितने एसएचयू पाया गया है

भूत जोलोकिया’ से पेपर स्प्रे भी तैयार किया जाता है, जिसे महिलाएं अपने साथ सुरक्षा के उद्देश्य से रखती हैं। खतरे का अनुमान होने पर महिलाएं पेपर स्प्रे रिलीज कर देती हैं। इससे लोगों के गले एवं आंखों में जलन होने लग जाती है। नागालैंड में किसान इसकी बड़े पैमाने पर खेती करते हैं। यदि आप चाहें तो घर के अंदर गमले में भी इसकी खेती कर सकते हैं। इसे घोस्ट चिली, नागा झोलकिया अथवा घोस्ट पेपर के नाम से भी जाना जाता है।

भूत जोलोकिया का कितना भाव है

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि वर्ष 2008 में भूत जोलोकिया को जीआई टैग प्रदान किया गया था। साथ ही, वर्ष 2021 में जोलोकिया मिर्च का भारत से लंदन में निर्यात किया गया था। विशेष बात यह है, कि भूत जोलोकिया सामान्य लाल मिर्च की अपेक्षा काफी महंगी बिकती है। वर्तमान में ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन पर 100 ग्राम भूत जोलोकिया मिर्च का भाव 698 रुपये है। इस प्रकार एक किलो भूत जोलोकिया का भाव 6980 रुपये हो गया।